Jagdeep Dhankhar जगदीप धनखड़ एक प्रमुख भारतीय राजनीतिज्ञ हैं, जो वर्तमान में भारत के 14वें उपराष्ट्रपति के पद पर आसीन हैं। उनका राजनीतिक सफर न केवल भारतीय जनता पार्टी के साथ जुड़ा है, बल्कि उन्होंने पश्चिम बंगाल के राज्यपाल और चंद्रशेखर सरकार में संसदीय मामलों के राज्य मंत्री के रूप में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। धनखड़ ने 2022 के उपराष्ट्रपति चुनाव में 74.37% मतों के साथ ऐतिहासिक जीत हासिल की, जिससे वह 1992 के बाद से सबसे बड़े अंतर से जीतने वाले उम्मीदवार बने।
जगदीप धनखड़ के जीवन पर एक नजर
नाम | जगदीप धनखड़ |
जन्म | 18 मई, 1951 |
आयु | 71 वर्ष |
राजनीतिक दल | भारतीय जनता पार्टी |
अन्य राजनीतिक संबद्धताएँ | जनता दल, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस |
पत्नी | सुदेश धनखड़ |
बेटी | कामना |
पेशा | वकील |
पेशा | राजनीतिज्ञ |
पिछले कार्यालय | पश्चिम बंगाल के राज्यपाल, राजस्थान विधान सभा के सदस्य, संसद मंत्रालय में राज्य मंत्री, लोकसभा के सदस्य |
शिक्षा | राजस्थान विश्वविद्यालय |
Jagdeep Dhankhar (जगदीप धनखड़) का प्रारंभिक, व्यक्तिगत जीवन और शिक्षा
18 मई 1951 को राजस्थान के झुंझुनू जिले के किठाना गाँव में जन्मे जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhar) का प्रारंभिक जीवन साधारण था। उनकी शुरुआती शिक्षा गांव के ही स्कूल में हुई। इसके बाद उन्होंने सैनिक स्कूल, चित्तौड़गढ़ में पढ़ाई की और राजस्थान विश्वविद्यालय, जयपुर से स्नातक की उपाधि प्राप्त की। फिजिक्स में बीएससी की डिग्री लेने के बाद, उन्होंने 1978 में जयपुर विश्वविद्यालय से कानून की पढ़ाई शुरू की। अपनी एलएलबी की डिग्री पूरी करने के बाद, उन्होंने वकालत में करियर की शुरुआत की और 1990 में राजस्थान हाईकोर्ट में सीनियर एडवोकेट का दर्जा प्राप्त किया। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट और विभिन्न हाईकोर्टों में भी अपनी प्रैक्टिस जारी रखी।
जगदीप धनखड़ ने 1979 में सुदेश धनखड़ से शादी की और उनकी एक बेटी कामना है इसके साथ उनके 2 भाई कुलदीप धनखड़,रणदीप धनखड़ और एक बहन इंद्रा धनखड़ है।
Jagdeep Dhankhar: राजनीतिक करियर
जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhar) का राजनीतिक सफर 1989 में जनता दल के सदस्य के रूप में शुरू हुआ, जब उन्होंने राजस्थान के झुंझुनू से 9वीं लोकसभा के लिए जीत हासिल की। 1993-98 के दौरान, वह राजस्थान विधानसभा में किशनगढ़ से विधायक रहे। उन्होंने चंद्रशेखर सरकार में संसदीय कार्य मंत्री के रूप में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। अपने राजनीतिक करियर के दौरान, धनखड़ ने राजस्थान में जाट समुदाय को आरक्षण दिलाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल
20 जुलाई 2019 को, जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhar) को पश्चिम बंगाल का राज्यपाल नियुक्त किया गया। इस पद पर रहते हुए उन्होंने राज्य की राजनीति में सक्रिय भूमिका निभाई और कई मुद्दों पर अपनी स्पष्ट राय रखी।
उपराष्ट्रपति चुनाव और भूमिका
16 जुलाई 2022 को, राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) ने उन्हें भारत के उपराष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए अपना उम्मीदवार घोषित किया। उन्होंने इस चुनाव में शानदार जीत दर्ज की, और देश के 14वें उपराष्ट्रपति बने।
जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhar) का राजनीतिक सफर उनकी दृढ़ता, समझदारी और नेतृत्व क्षमता का प्रतीक है। उनके अनुभव और योगदान ने उन्हें भारतीय राजनीति में एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाया है, और अब वह देश के दूसरे सबसे बड़े संवैधानिक पद पर आसीन हैं।