Dr. Manmohan Singh Biography in Hindi: डॉ. मनमोहन सिंह, एक प्रतिष्ठित अर्थशास्त्री और भारतीय राजनीति के एक प्रमुख व्यक्तित्व, का जन्म 26 सितंबर 1932 को गाह, पश्चिमी पंजाब (अब पाकिस्तान) में हुआ था। वे भारत के पहले सिख प्रधानमंत्री बने और 2004 से 2014 तक इस पद पर आसीन रहे।
उनका जीवन राष्ट्र के आर्थिक सुधारों और समृद्धि के लिए समर्पित रहा, और उनकी उपलब्धियों ने भारत को वैश्विक आर्थिक मंच पर एक नई पहचान दिलाई।
डॉ. मनमोहन सिंह का संक्षिप्त जीवन परिचय
नाम | डॉ. मनमोहन सिंह |
जन्म तिथि | 26 सितंबर 1932 |
निधन | 26 दिसंबर 2024 |
पिता का नाम | गुरुमुख सिंह |
माता का नाम | अमृत कौर |
पत्नी | गुरशरण कौर |
संतान | 3 बेटी (अमृत सिंह, दमन सिंह और उपिंदर सिंह) |
जन्म स्थान | गाह, पश्चिमी पंजाब (अब पाकिस्तान) |
व्यवसाय | अर्थशास्त्री और राजनीति |
पुरस्कार/सम्मान | पद्म विभूषण (1987) जवाहरलाल नेहरू जन्म शताब्दी पुरस्कार (1995) वर्ष का सर्वश्रेष्ठ वित्त मंत्री (1993 और 1994) ग्रैंड कॉर्डन ऑफ द ऑर्डर ऑफ द पॉलाउनिया फ्लावर्स (2014) |
धर्म | सिक्ख |
प्रारंभिक जीवन और शिक्षा
डॉ. सिंह (Dr. Manmohan Singh Biography in Hindi) का प्रारंभिक जीवन सादगी और शिक्षा के प्रति गहरे लगाव से चिह्नित था। उन्होंने पंजाब विश्वविद्यालय से 1952 में अर्थशास्त्र में स्नातक और 1954 में स्नातकोत्तर की उपाधि प्राप्त की।
इसके बाद वे कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय गए, जहाँ उन्होंने 1957 में अर्थशास्त्र में प्रथम श्रेणी ऑनर्स की डिग्री हासिल की। उनकी शिक्षा का सफर ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के नफ़ील्ड कॉलेज में समाप्त हुआ, जहाँ से उन्होंने 1962 में अर्थशास्त्र में डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की।
व्यक्तिगत जीवन
डॉ. मनमोहन सिंह (Dr. Manmohan Singh Biography in Hindi) का जीवन विनम्रता और विद्वता का प्रतीक था। उनकी शादी गुरशरण कौर से हुई, और उनके तीन बेटियाँ हैं। उन्होंने अपने जीवन को सादगी और ईमानदारी के साथ जिया और राजनीति में एक आदर्श स्थापित किया।
प्रारंभिक करियर
अपनी शिक्षा पूरी करने के बाद डॉ. मनमोहन सिंह (Dr. Manmohan Singh Biography in Hindi) ने पंजाब विश्वविद्यालय और दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में अध्यापन किया। इसके साथ ही, उन्होंने संयुक्त राष्ट्र व्यापार और विकास सम्मेलन (UNCTAD) में भी अपनी सेवाएँ दीं। उनका शैक्षणिक और पेशेवर करियर उनकी बौद्धिक प्रतिभा और गहन आर्थिक ज्ञान का प्रमाण है।
व्यावसायिक करियर
- 1957-1959: वरिष्ठ व्याख्याता, अर्थशास्त्र।
- 1959-1963: रीडर।
- 1963-1965: प्रोफेसर।
- 1966: दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में मानद प्रोफेसर।
- 1966-1969: संयुक्त राष्ट्र व्यापार और विकास सम्मेलन में कार्य।
- 1969: दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में अंतर्राष्ट्रीय व्यापार के प्रोफेसर।
- 1972: वित्त मंत्रालय में मुख्य आर्थिक सलाहकार।
- 1976: वित्त मंत्रालय में सचिव।
- 1982-1985: भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर।
- 1985-1987: योजना आयोग के उपाध्यक्ष।
- 1987-1990: दक्षिण आयोग के महासचिव।
- 1991: संघ लोक सेवा आयोग और विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के अध्यक्ष।
- 2004-2014: भारत के प्रधानमंत्री।
राजनीतिक जीवन (Dr. Manmohan Singh Biography in Hindi)
डॉ. मनमोहन सिंह (Dr. Manmohan Singh Biography in Hindi) का राजनीतिक जीवन 1971 में वाणिज्य मंत्रालय में आर्थिक सलाहकार के रूप में शुरू हुआ। इसके बाद वे वित्त मंत्रालय में मुख्य आर्थिक सलाहकार और सचिव जैसे प्रमुख पदों पर कार्यरत रहे। 1991 से 1996 तक, उन्होंने वित्त मंत्री के रूप में देश की सेवा की, जब भारतीय अर्थव्यवस्था गंभीर संकट से जूझ रही थी।
उन्होंने आर्थिक सुधारों की शुरुआत की, जिसमें उदारीकरण, निजीकरण और वैश्वीकरण के नीतिगत कदम शामिल थे। इन सुधारों ने भारतीय अर्थव्यवस्था को एक नई दिशा दी और वैश्विक निवेशकों के लिए दरवाजे खोल दिए।
प्रधानमंत्री के रूप में कार्यकाल
2004 में, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने संसदीय चुनावों में जीत दर्ज की, और सोनिया गांधी ने डॉ. मनमोहन सिंह को प्रधानमंत्री नियुक्त किया। उनके नेतृत्व में भारत ने औसतन 7.7% की आर्थिक वृद्धि दर हासिल की। उनकी सरकार ने समावेशी विकास की अवधारणा को बढ़ावा दिया और गरीबी उन्मूलन के लिए कई योजनाएँ शुरू कीं।
उनके (Dr. Manmohan Singh Biography in Hindi) कार्यकाल में शिक्षा का अधिकार अधिनियम, सूचना का अधिकार अधिनियम, और ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना जैसे ऐतिहासिक कानून पारित किए गए। इन पहलों ने लाखों लोगों को गरीबी से बाहर निकालने में मदद की।
2009 में वे पुनः प्रधानमंत्री बने, लेकिन उनके दूसरे कार्यकाल में मुद्रास्फीति और भ्रष्टाचार के घोटालों ने उनकी सरकार की छवि को प्रभावित किया।
उपलब्धियां और सम्मान
डॉ. मनमोहन सिंह (Dr. Manmohan Singh Biography in Hindi) को उनके शानदार योगदान के लिए कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित किया गया। इनमें प्रमुख हैं:
- पद्म विभूषण (1987): भारत का दूसरा सर्वोच्च नागरिक सम्मान।
- जवाहरलाल नेहरू जन्म शताब्दी पुरस्कार (1995): भारतीय विज्ञान कांग्रेस से।
- वर्ष का सर्वश्रेष्ठ वित्त मंत्री (1993 और 1994): यूरोमनी और एशियामनी पत्रिकाओं द्वारा।
- ग्रैंड कॉर्डन ऑफ द ऑर्डर ऑफ द पॉलाउनिया फ्लावर्स (2014): जापान सरकार द्वारा।
इसके अतिरिक्त, उन्हें कैम्ब्रिज और ऑक्सफोर्ड जैसे विश्वप्रसिद्ध विश्वविद्यालयों से मानद डॉक्टरेट की उपाधियाँ भी प्राप्त हुईं।
लिखी पुस्तकें
डॉ. मनमोहन सिंह (Dr. Manmohan Singh Biography in Hindi) ने 1964 में “इंडियाज़ एक्सपोर्ट ट्रेंड्स एंड प्रोस्पेक्ट्स फॉर सेल्फ-सस्टेन्ड ग्रोथ” नामक पुस्तक लिखी। इसके अतिरिक्त, उन्होंने अर्थशास्त्र पर कई लेख लिखे जो विभिन्न आर्थिक पत्रिकाओं में प्रकाशित हुए।
निधन
26 दिसंबर 2024 को 92 वर्ष की आयु में डॉ. मनमोहन सिंह का निधन हुआ। उनके (Dr. Manmohan Singh Biography in Hindi) निधन ने भारतीय राजनीति और अर्थशास्त्र के एक युग का अंत कर दिया। उन्हें “आधुनिक भारत के मूक वास्तुकार” के रूप में याद किया जाएगा। उनके सुधारों और नीतियों का प्रभाव आने वाले कई दशकों तक महसूस किया जाएगा।
डिस्क्लेमर –(यहां दी गई जानकारियां इन्टरनेट और किताबों पर आधारित हैं, यहाँ दी गई जानकारी प्रमाणित नहीं है. लेकिन हम सब ने कोशिश की है कि आप तक जानकारी सटीक और सही पहुंचे, यदि हमसे कोई त्रुटि होती है तो हम क्षमाप्राथी है. लेकिन यहाँ दी गयी जानकारी पूर्णतः सही है इसकी हम जिम्मेदारी नहीं लेते है.)